Dr. Ramshankar
Social science research in India presents a compelling narrative of continuity and transformation. While the quest for social understanding boasts an age-old legacy, the modern era has witnessed a surge in its pursuit. This growth is fueled by robust institutional support and a growing recognition of the vital role social sciences…
Smriti Shukla Dr. Jaya Phookan
India is a democratic nation and democracy entails equality for all humans without any discrimination. Indian democracy has given equal rights and opportunities to all its citizens to participate in the political field from local governance to national constitutional institutes of India without any special conditions. It was in the year 1992 that the 73rd Constitutional…
Hema Rai Dr. Haris Umar
Torture has been a constant companion for women since ancient times. Although women’s rights have been the subject of much debate and legislation, none of these measures have gone far enough to guarantee woman total safety. When it comes to crimes committed against women…
Nipunika Sarkar Rakesh Prakash Mukesh Kumar
This study examines the complexities of media education in India, exploring its diverse interpretations, pedagogical implications, and policy frameworks within the context of the National Education Policy 2020 (NEP 2020). Employing a mixed-methods approach, the research combines qualitative analysis with a comprehensive literature review…
4. Artificial Intelligence in Transforming Journalism Practices in India
Sonali Srivastava Abhishek Srivastava
The integration of Artificial Intelligence (AI) technologies into journalism practices is reshaping the landscape of media in India. This study explores the multifaceted impact of AI on journalism, examining how automated processes, data analytics, and machine learning algorithms are influencing content creation, distribution…
5. Voidable Marriage and its Grounds Under Section 12(1) Hindu Marriage Act 1972.
Shaiyad Amir Ali
This paper explores the concept of voidable marriages under the Hindu Marriage Act, 1972 (HMA) with a specific focus on Section 12(1). It distinguishes voidable marriages from void marriages, highlighting the key differences in their legal status and consequences. The paper clarifies that a voidable marriage is considered…
6. प्रवासी सिनेमा: डायस्पोरिक समाज की अभिव्यक्ति
डॉ. रिन्जु राय
प्रवासी सिनेमा, डायस्पोरिक भारतीयों के जीवन, अनुभवों और संघर्षों को चित्रित करने वाला एक विशिष्ट सिनेमाई शैली है। यह सिनेमा, विभिन्न संस्कृतियों के बीच तालमेल, पहचान की खोज, और मूल देश से जुड़ाव जैसे विषयों पर प्रकाश डालता है। इक्कीसवीं सदी में, प्रवासी सिनेमा एक महत्वपूर्ण सिनेमाई आंदोलन…
तन्वी त्यागी डॉ. शिप्रा दुआ
प्रस्तुत शोध अध्ययन 5जी टेक्नोलॉजी के आगमन के बाद सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों के उपयोग में आए परिवर्तन में सभी तरह के मोबाइल/उपकरणों समेत एक अध्ययन पर केन्द्रित है. हम 1980 तक मानव की श्रेष्ठता का दम भरते थे परन्तु 10 फरवरी 1996 को आईबीएम सुपर कम्प्यूटर डीप ब्ल्यू ने विश्व चैंपियन शतरंज खिलाड़ी…
8. भारतीय ज्ञान परम्परा में भाषा–दर्शन और उपभोक्तावाद में उपभोक्ता टिप्पणियाँ : एक अध्ययन
कामेश्वर सिंह
दार्शनिक परंपरा में भाषा शास्त्र को लेकर भी काफी चिंतन किया गया है । या यूं कहें की भाषा शास्त्र का अपना एक दर्शन है । जिसे हम भाषा दर्शन के नाम से जानते है । इसमें ध्वनि, शब्द, शब्द का अर्थ तथा शब्द अर्थ का संबंध पर विचार किया गया है । इस भाषा के दर्शन की उत्पत्ति वेदों, उपनिषदों से हो ते हुए वैदिक प्रातिशाख्यों, निरूक्तों…
पंकज सोनी डॉ. संजय कुमार श्रीवास्तव
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यहां चुनाव को लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व के रूप में मनाया जाता है। केंद्र में सरकार के गठन के लिए लोकसभा और राज्यों में सरकार के गठन के लिए विधानसभा के चुनाव हर पांच वर्ष में संपन्न कराए जाते हैं। भारतीय लोकतंत्र में 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके प्रत्येक महिला–पुरुष और थर्ड जेंडर को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 326 के में उल्लिखित प्रावधानों…
10. प्रवासी साहित्यकार अभिमन्यु अनत का हिंदी साहित्य में योगदान
सपना शुक्ला
साहित्य को समाज का दर्पण माना गया है। समाज में जो कुछ भी घटित होता है, उसका छाप साहित्य में झलकती है। इसको सफल बनाने में प्रो. वासुदेव विष्णुदयाल, जगनारायण रॉय, ब्रजेंद्र कुमार भगत ‘मधुकर’, मोहनलाल मोहित, सोमदत्त बखोरी आदि का योगदान अद्वितीय है। इस साहित्य-काल में अभिमन्यु अनत जी का नाम स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाता है। जिस प्रकार मॉरीशस की स्वतंत्रता के पीछे सर शिवसागर रामगुलाम…
Dr. Devendra Nath Tiwari
This paper explores the relationship between spirituality and social media and provide an insight for using social media to educate about spirituality and reach out to the masses. The research methodology framework for this paper is primarily qualitative…
12. भारतीय ज्ञान प्रणाली में शैक्षिक संस्कारों का महत्व
डॉ. वन्दना गुप्ता
ज्ञान, विज्ञान और जीवन दर्शन की समग्रता से भारतीय ज्ञान प्रणाली का विकास हुआ है। जिसका विस्तार अनुभव, अवलोकन, अनुसंधान, अनुप्रयोग और विश्लेषण से संभव हुआ है। भारतीय ज्ञान प्रणाली में शैक्षिक संस्कारों का विशेष महत्व है। शैक्षिक संस्कारों का अर्थ होता है शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति…